चीन की झुंझलाहट, सीमा के पास दागी मिसाइलें

युद्धाभ्यास के जरिए भारत पर दबाव बनाने का प्रयास

बीजिंग। चीन अपनी बेजां हरकतों से बाज नहीं आ पाया है। भारत-चीन सीमा पर ड्रैगन ने फिर उकसावे की हरकत की है। चीन की सेना ने भारत की सीमा के नजदीक मिसाइलें दाग कर अपनी झुंझलाहट को दर्शाया है। मिसाइलें दागने का वीडियो भी सोशल मीडिया पर डाला गया है। सीमा पर चीन की गतिविधियों पर भारतीय सेना की पैनी नजर है। भारत और चीन के बीच सीमा विवाद हल नहीं हो पाया है। सीमा विवाद को बातचीत के जरिए सुलझाने के बहाने ड्रैगन निरंतर साजिश भी कर रहा है। वह अपनी सैन्य ताकत का प्रदर्शन कर भारत को दबाव में लेने की रणनीति अपना रहा है। हालांकि इसमें उसे कोई सफलता नहीं मिल पाई है। भारत का संदेश साफ है कि वह अपनी एक इंच भूमि को भी नहीं छोड़ेगा। चीन की सेना पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) द्वारा रॉकेट लॉचर से निरंतर गोले दागे जाने से लद्दाख के पहाड़ तक हिल गए। पीएलए के इस युद्धाभ्यास के पीछे का मकसद भारत पर मनोवैज्ञानिक दबाव बनाना है। चीन के मुखपत्र ग्लोबल टाइम्स का दावा है कि इस अभ्यास में 90 फीसदी नए हथियारों का प्रयोग किया गया है। चीन के अखबार ने कहा कि यह अभ्यास पीएलए के तिब्बत थिएटर कमांड द्वारा किया गया। ग्लोबल टाइम्स ने युद्धाभ्यास का वीडियो भी जारी किया है। वीडियो में दिखाई दे रहा है कि चीनी सेना अंधेरे में ड्रोन विमानों की सहायता से हमला बोलती है। वीडियो में पीएलए पूरे पहाड़ी क्षेत्र को तबाह करती दिखाई दे रही है। उधर, ड्रैगन की इन बेजां हरकत के बावजूद भारत का संयम बरकरार है। भारत सरकार ने स्पष्ट कर दिया है कि वह किसी दबाव के आगे नहीं झुकेगी। वहीं, भाजपा के सांसद सुब्रहमण्यम स्वामी निरंतर चीन की हरकतों का विरोध कर रहे हैं। स्वामी का कहना है कि चीन को सटीक जबाव देने का समय आ गया है।