नियमों के विरुद्ध नहीं होने दिया जाए भूजल दोहन: जिलाधिकारी

-नये आवेदनकर्ताओं को आवेदन के साथ भूजल रिचार्ज का प्रपोजल भी प्रस्तुत करने के दिए निर्देश

गाजियाबाद। जिस प्रकार आपके शरीर की संरचना है उसी प्रकार धरती की है। शरीर में ७० फीसद पानी होता है उसी प्रकार धरती पर भी ७० फीसद पानी है लेकिन सोचने की बात यह है कि इस ७० फीसद पानी में महज तीन फीसद हिस्सा ही ऐसा है जो पीने योग्य है। शेष समुद्र या अन्य स्रोत के पानी हैं जिसे पीने में इस्तेमाल नहीं कर सकते हैं। इस तीन फीसद पानी का दोहन ज्यादा हो रहा है। इस कारण यह तेजी से घट रहा है। नियमों के विरुद्ध जल दोहन करने वालों पर सख्ती कार्रवाई की जाएगी। उक्त बातें शुक्रवार को कलेक्ट्रेट स्थित महात्मा गांधी सभागार में जला भूगर्भ जल प्रबंधन परिषद की बैठक लेते हुए जिलाधिकारी इन्द्र विक्रम सिंह ने कहीं। उन्होंने कहा जिन फर्मों पर पूर्व में जुर्माना लगाया गया था उनसे पहले जुर्माना वसूल किया जाए उसके बाद ही उनके आवेदनों पर विचार किया जाएगा। जिन फर्मों के द्वारा निर्धारित मांग से अधिक जल दोहन या अवैध रूप से जल दोहन किया जा है, उन पर जुर्माना लगाया जाएं। इसके साथ जिन फर्मों के द्वारा शर्तों के अनुरूप भूजल रिचार्ज नहीं किया जा रहा है, उनके बोरवेल भी तब तक सील किए जाए जब तक वह शर्तों के अनुरूप कार्य नहीं करते हैं।

बैठक में पोर्टल पर नोटिफाइड क्षेत्र के अनापत्ति निर्गमन के लिए १० आवेदन, कूप पंजीकरण के लिए १६ आवेदन, एवं एनओसी नवीनीकरण श्रेणी के १६ आवेदनों सहित कुल ४२ आवेदनों पर विचार किया गया। जिनमें से ७ आवेदन स्वीकृत एवं ३४ आवेदनों पर अस्वीकृत एवं अवशेष १ आवेदन में पाई गई कमियों के निराकरण के लिए समय दिया गया। बैठक में अवैध रूप से भूजल दोहन करने वाली फर्मों पर बोरवेल सील्ड करने के आदेश दिए गए। आवेदन करने वाली फर्मों को ग्राउंड वाटर दोगुना रिर्चाज करने के लिए निर्देशित किया गया। जिलाधिकारी ने नोडल अधिकारी, जिला भूगर्भ जल प्रबन्धन परिषद को निर्देशित किया कि नये आवेदनकर्ताओं को सूचित किया जाए कि आवेदन के साथ वे भूजल रिचार्ज के लिए अपना प्रपोजल भी प्रस्तुत करायें।

सभी सोसाइटी निवासियों जो भूजल दोहन कर रहें हैं वे अपना पंजीकरण कराना सुनिश्चित करें। बैठक में डीसीपी सिटी ज्ञानन्जय सिंह, सीडीओ अभिनव गोपाल,  हरिओम, अधिशासी अभियन्ता लघु सिंचाई, श्रीनाथ पासवान, उपायुक्त उद्योग, जिला उद्योग प्रोत्साहन एवं उद्यमिता विकास केन्द्र, भारत भूषन, अधिशासी अभियन्ता, जल निगम ग्रामीण, कुंवर सन्तोष कुमार, सहायक पर्यावरण अभियन्ता, उ०प्र०प्र०नि०बो०, संजय कुमार, उप क्षेत्रीय वनाधिकारी, वन विभाग, जाफर अली अवर अभियन्ता, भूगर्भ जल विभाग, गौतमबुद्धनगर, नवनीत गुप्ता, जूनियर इन्जीनियर, जल, एनपीपी खोड़ा और लोनी, आकाश वशिष्ठ, नामित सदस्य द्वारा प्रतिभाग लिया गया।