शराब तस्करी पर लगी लगाम, गाजियाबाद में आबकारी अधिकारी ने बनाया राजस्व का नया रिकॉर्ड

-आबकारी विभाग शराब ने तस्करों पर शिकंजा कसा, 397.54 करोड़ की शौकीन पी गए शराब
-तीन माह में 23.70 करोड़ रुपये की अधिक राजस्व का बनाया रिकॉर्ड

उदय भूमि
गाजियाबाद। आबकारी विभाग गाजियाबाद की टीम सरकारी खजाने को भरने में जुटी है। टीम की सक्रियता के चलते तस्करी पर लगाम लगी है। दिल्ली-हरियाणा से शराब तस्करी पर लगभग अंकुश लग गया है। शराब की अवैध ब्रिकी करने वालों पर भी शिकंजा कसा है।
गाजियाबाद आबकारी विभाग शराब तस्करों पर शिकंजा कस रहा है। जिले की सीमा दो राज्य हरियाणा व दिल्ली से लगी है। दोनों राज्यों में उत्तर प्रदेश की अपेक्षा शराब की कीमत कम है। कई वर्षों से यहां बड़ी मात्रा में शराब की तस्करी होती थी। हरियाणा व दिल्ली के तस्कर तो शराब की होम डिलीवरी भी करते थे। मगर आज गाजियाबाद की सीमा में अवैध शराब की बिक्री करने के लिए तस्कर आने से कतराते हैं। तस्करों के लिए पहले गाजियाबाद सुरक्षित स्थान माना जाता था। अब हालात बदल चुके हैं। जनपद में अवैध शराब के कारोबार पर रोक लगाने के साथ जिला आबकारी अधिकारी की टीम ने एक बार फिर से पिछले साल के तीन माह का रिकॉर्ड तोड़ कर नया रिकॉर्ड स्थापित किया है। राजस्व प्राप्ति के लक्ष्य को हासिल करने के साथ ही जनपद में आबकारी विभाग ने शराब माफियाओं की भी कमर तोड़ दी है। वर्ष 2024-25 में राजस्व वसूली का टारगेट बढ़ने से भले ही आबकारी विभाग की मुसीबत बढ़ गई हो, मगर राजस्व वसूली के टारगेट को पूरा करने में आबकारी विभाग अपनी तरफ से कोई कसर बाकी नहीं छोड़ रहा है। इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष तीन माह में 6.34 प्रतिशत अधिक वसूली की है। गाजियाबाद के शौकीन आबकारी विभाग के लक्ष्य को पूरा करने में अपनी अहम भूमिका निभा रहे है।

अवैध कारोबार को खत्म करने की मुहिम
गाजियाबाद को अवैध शराब के कारोबार से मुक्त करने के साथ-साथ राजस्व में भी नंबर बनाने का जिला आबकारी अधिकारी संजय कुमार प्रथम का संकल्प है। इसी संकल्प को पूरा करने के लिए आबकारी विभाग की टीम पूरी शिद्दत के साथ दिन-रात जुटी हुई है। प्रतापगढ़ से स्थानांतरित होकर गाजियाबाद आए संजय कुमार को भले ही करीब चार माह हुआ है। मगर चार्ज संभालने के बाद से उनकी कार्यप्रणाली का असर दिखा है। मूल रूप से जनपद वैशाली बिहार के रहने वाले संजय कुमार प्रथम जिला आबकारी अधिकारी प्रतापगढ़, बनारस में दो अवधि एवं बस्ती, आजमगढ़, बलिया आदि जिलों में संयुक्त आबकारी आयुक्त के पद पर रहकर उत्कृष्ट कार्य किया। जिस जिले में रहे, वहां की छवि को बदल कर रख दिया। आबकारी विभाग ने अप्रैल, मई व जून माह में राजस्व वसूली में पिछले वर्ष की अपेक्षा इस वर्ष 23.70 करोड़ रुपये की अधिक वसूली की है।

पिछले साल की अपेक्षा इस वर्ष तीन माह में 23.70 करोड़ की अधिक वसूली
आबकारी विभाग की कार्रवाई के चलते गाजियाबाद में नकली और अवैध शराब के सेवन की जिले में एक भी अप्रिय घटना नहीं घटी। जिला प्रशासन, पुलिस और आबकारी विभाग के अधिकारियों ने कोआर्डिनेशन के साथ नकली व अवैध शराब के खिलाफ लगातार मुहिम चलाई और इसमें लिप्त लोगों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए उन्हें सलाखों के पीछे भेजा। आबकारी विभाग अधिकारी के नेतृत्व में की जा रही कार्रवाई का ही परिणाम है कि पिछले साल की अपेक्षा इस वर्ष तीन माह में आबकारी विभाग ने अपना नया रिकॉर्ड बनाया है। जिसमें आबकारी विभाग ने वर्ष 2024-25 अप्रैल से जून माह तक 397.54 करोड़ रुपये का राजस्व हासिल किया है। वर्ष 2023-24 में अप्रैल से जून माह तक 373.84 करोड़ का राजस्व हासिल किया था। जो कि पिछले वर्ष की अपेक्षा इस वर्ष 23.70 करोड़ रुपये की अधिक राजस्व प्राप्त किया है। वर्ष 2024-25 अप्रैल से जून माह तक देशी शराब 53 लाख 44 हजार 488.40 बल्क लीटर, अंग्रेजी 31 लाख 18 हजार 740.16 बोतल, बीयर 1 करोड़ 33 लाख 69 लाख 674.50 केन की बिक्री हुई। वर्ष 2023-24 अप्रैल से जून माह तक देशी शराब 48 लाख 26 हजार 8.75 बल्क लीटर, अंग्रेजी 32 लाख 64 हजार 132.16 बोतल और बीयर 1 करोड़ 15 लाख 19 हजार 60.26 केन की बिक्री हुई थी। देशी में 10.74, बीयर में 16.24 प्रतिशत की इस वर्ष अधिक बिक्री हुई है। जबकि अंग्रेजी शराब में 4.45 प्रतिशत कम की बिक्री हुई है। आबकारी विभाग के बढ़े राजस्व ये आबकारी अधिकारी ने अपनी मंशा साफ कर दी है कि राजस्व वसूली को बढ़ाने के साथ-साथ शराब तस्करों को जेल भेजने में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे।

शराब तस्करी रोकने के लिए सार्थक प्रयास
जनपद में अवैध शराब के कारोबार को पूरी तरह से खत्म करने के लिए आबकारी विभाग के सभी प्रयास सार्थक साबित हो रहे है। अवैध शराब के निर्माण, बिक्री व तस्करी पर रोक लगाने के लिए टोल फ्री नम्बर 14405 और व्हाट्सएप नंबर 9454466019 भी जारी किया है। शिकायतकर्ताओं को उसे याद रखने शिकायत दर्ज कराने में आसानी हो इसलिए यह नंबर जारी किया गया है। दोनों टोल नंबर निरंतर सक्रिय रहते है, शिकायत दर्ज कराने के लिए जारी वाट्सएप नंबर 9454466019 भी काम करता है। इसके अलावा जनपद गाजियाबाद में भी आबकारी विभाग की टीम ने अपना कंट्रोल रूम स्थापित किया है। जिसके लिए मोबाइल नंबर व व्हाट्सएप नंबर 7065011003 जारी किया है।

आबकारी विभाग की सतर्कता से नाकाम तस्करों के इरादे
गाजियाबाद व बाहरी राज्यों में हरियाणा और पंजाब व हिमाचल तक की शराब तस्करी कर लाई जाती है। विभिन्न रास्तों से शराब तस्कर जिले में प्रवेश करने का प्रयास करते है। मगर गाजियाबाद में आबकारी विभाग का सख्त पहरा होने के कारण तस्करों ने भी अपना रास्ता बदल लिया है। वर्तमान में शराब तस्करों का नेटवर्क तोड़ने के लिए विभाग मुस्तैदी से काम कर रहा है। गुरुवार को आबकारी निरीक्षक सेक्टर-1 अखिलेश वर्मा, आबकारी निरीक्षक राकेश त्रिपाठी सर्किल-2, आबकारी निरीक्षक हिम्मत सिंह सेक्टर-2, आबकारी निरीक्षक अनुज वर्मा-3, आबकारी निरीक्षक मनोज शर्मा-4, आबकारी निरीक्षक त्रिवेणी प्रसाद मौर्य सेक्टर-5, आबकारी निरीक्षक सेक्टर-6 अभय दीप सिंह अपनी टीम के साथ शराब तस्करों के संबंधित ठिकानों पर लगातार दबिश एवं चेकिंग की जा रही है। टीम लगातार फील्ड में उतर कर अवैध शराब की बिक्री एवं परिवहन रोकने की दिशा में प्रयासरत हैं। इसके अच्छे परिणाम सामने आ रहे हैं।

तस्करी पर लगी रोक

 

संजय कुमार प्रथम
जिला आबकारी अधिकारी
गाजियाबाद।

आबकारी विभाग की सख्ती के चलते ही बाहरी राज्यों में होने वाली शराब तस्करी की घटना पर रोक लग सकी है। साथ ही गाजियाबाद में भी बाहरी राज्यों की शराब तस्करी करने वाले तस्करों को सलाखों के पीछे भेजने का काम किया है। शराब तस्करों पर की गई सख्ती का ही असर है, जिसमें राजस्व की बढ़ोतरी हो रही है। जिला आबकारी अधिकारी का कहना है कि शासन द्वारा निर्धारित लक्ष्य से अधिक राजस्व करना ही प्राथमिकता में है। गाजियाबाद संवेदनशील जनपद है, मगर शासन की मंशा के अनुरूप काम हो रहा है। अवैध शराब के खिलाफ आबकारी विभाग का अभियान निरंतर जारी रहेगा। साथ ही अवैध शराब के सेवन से लोगों को बचाने के लिए आबकारी विभाग द्वारा जागरुकता अभियान भी चलाया जा रहा है। जनपद में अवैध शराब के कारोबार को पूरी तरह से खत्म करने के लिए आबकारी विभाग की टीमें हर दिन नई रणनीति तैयार कर अपनी कार्रवाई को अंजाम दे रही हैं। साथ ही शासन द्वारा निर्धारित लक्ष्य को हासिल करने के लिए भी पूरे प्रयास किए जा रहे हैं। अवैध शराब के खिलाफ आबकारी विभाग की टीम तस्करों पर कार्रवाई करने के लिए लगातार छापेमारी की कार्रवाई कर रही है।
संजय कुमार प्रथम
जिला आबकारी अधिकारी
गाजियाबाद।