प्लास्टिक मुक्त शहर के लिए नगर निगम ने फिर खोला बर्तन बैंक

-प्लास्टिक मुक्त शहर बनाने के लिए सभी करें बर्तन बैंक का प्रयोग: महापौर
-नगर निगम के पास है 1500-2000 का बर्तन बैंक, जिसके प्रयोग से कूड़ा की मात्रा होगी कम

गाजियाबाद। शहरों को स्वच्छ बनाने के लिए प्लास्टिक डिस्पोजलों के उपयोग पर प्रतिबंध लग चुका है। जिसके लिए एक बार फिर से नगर निगम में बर्तन बैंक की शुरुआत हो गई है। इसके प्रयोग के बाद फेंक दी जाने वाली प्लेट से होने वाले पर्यावरण की क्षति रुकेगी। प्लास्टिक मुक्त बनाने के लिए भारत सरकार एवं राज्य सरकार लगातार कार्य कर रहीं है। महापौर सुनीता दयाल ने बताया नगर निगम भी शहर में प्लास्टिक के खिलाफ छापेमारी की कार्यवाही कर रहा है। लेकिन प्लास्टिक मुक्त शहर बनाने के लिए सभी शाहवासियो को जागरूक होना पड़ेगा। तभी शहर को प्लास्टिक मुक्त बनाया जा सकता है। जिसमे बर्तन बैंक का प्रयोग किया जाना बहुत सुविधाजनक साबित हो सकता है। शहरवासियों से अपील करते हुए कहा कि किसी भी आयोजन में प्लास्टिक का प्रयोग न करें। शहर में बर्तन बैंक के प्रयोग करने से भी प्लास्टिक से बचा जा सकता है।

जिससे कूड़े की मात्रा में भी कमी आएगी। नगर निगम ने पूर्व में बर्तन बैंक बनाया था, जिसमे 1500-2000 बर्तन हैं एवं इसी प्रकार कुछ शहर की संस्थाओं ने भी बर्तन बैंक बनाए हैं। ऐसे में सभी वार्डो के आवासीय लोग अपने निजी कार्यक्रम में नगर निगम के बर्तन बैंक का प्रयोग करें तो प्लास्टिक मुक्त एवं कूड़े की मात्रा में बहुत बड़ी कमी आएगी। नगर निगम द्वारा 2.5 रुपये में एक प्लेट, ग्लास एवं चम्मच किराए पर दिया जाता है और बर्तनों की सुरक्षा के लिए चेक लिया जाता है। बर्तन वापस करने पर चेक वापस दिया जाता है।

यह बर्तन बैंक सभी शहरवासी अपने निजी कार्यक्रम के लिए प्रयोग करें। यह शहर हित में अच्छी पहल होगी जिसमें सभी के सहयोग की अपेक्षा है। महापौर ने बताया बर्तन बैंक का प्रचार-प्रसार करने के लिए नगर निगम ने अपना अभियान शुरू कर दिया है। नगर निगम के स्वच्छता अभियान के साथ प्लास्टिक मुक्त गाजियाबाद अभियान चला रहा है। इसलिए निगम ने सहयोग के तौर पर सभी कम्युनिटी सेंटरों, मैरिज होम, होटल व दूसरे सार्वजनिक स्थानों पर बर्तन बैंक के लिए प्रचार-प्रसार किया जाएगा।