गाजियाबाद में बढ़ेगी इलेक्ट्रॉनिक व्हीकल की रफ्तार, प्रदूषण पर होगा वार निगम ने किया City EV Accelerator Workshop का आयोजन

-इलेक्ट्रिक व्हीकल के उपयोग से शहर को मिलेगा शुद्ध पर्यावरण: महापौर
-सरकारी व प्राइवेट विभाग मिलकर इलेक्ट्रिक व्हीकल को दें बढ़ावा: डीएम
-गाजियाबाद को ईवी लाइट हाउस सिटी बनाने का निगम का प्रयास: नगर आयुक्त

गाजियाबाद। शहर में वायु प्रदूषण की रफ्तार को कम करने के लिए इलेक्ट्रिक व्हीकल के उपयोग को बढ़ावा देने के लिए नगर आयुक्त विक्रमादित्य सिंह मलिक ने कवायद तेज कर दी है। नगर आयुक्त की इस कवायद से शहरवासियों को शुद्ध पर्यावरण मिलेगा, साथ ही वायु प्रदूषण की समस्या भी खत्म होगी। शुक्रवार को कौशांबी स्थित होटल रेडिसन ब्लू में सिटी ईवी एक्सेलरेटर कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में महापौर सुनीता दयाल, जिलाधिकारी इन्द्र विक्रम सिंह, नगर आयुक्त विक्रमादित्य सिंह मलिक, जीडीए उपाध्यक्ष अतुल वत्स, सीडीओ अभिनव गोपाल, जीडीए सचिव राजेश कुमार सिंह, दिल्ली सरकार से शहजाद आलम स्पेशल कमिश्नर ट्रांसपोर्ट मुख्य रूप से उपस्थित रहे। आर.एम.आई. इंडिया फाउंडेशन की डायरेक्टर सहमिता ने उपस्थित जनों का प्लांट देकर स्वागत किया। उपस्थित जनों ने कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलन करते हुए गाजियाबाद को किस प्रकार इलेक्ट्रिक व्हीकल के प्रति जागरूक करना है विस्तार से चर्चा हुई।

नगर आयुक्त ने बताया शहर की इलेक्ट्रिक व्हीकल से वायु की गुणवत्ता में सुधार आएगा। शहरों में इलेक्ट्रिक वाहनों की संख्या में वृद्धि होने से वायु गुणवत्ता में काफी सुधार देखने को मिलेगा। जिसके लिए सरकारी विभाग के साथ-साथ प्राइवेट सेक्टर में भी लोगों को जागरुक करने का प्रयास किया जाएगा। इसी उद्देश्य के साथ आयोजित कार्यशाला में यूएसआरटीसी, परिवहन विभाग, पॉल्यूशन कंट्रोल विभाग, विद्युत विभाग आवास विकास परिषद व अन्य सरकारी विभागों ने भी उत्साह पूर्वक प्रतिभाग किया। कार्यक्रम में प्राइवेट सेक्टर से व्हीकल बनाने वाली कंपनियों ने भी उत्साह पूर्वक हिस्सा लिया। जिसमें बजाज हीरो, महिंद्रा, पिज्जो, बीएडी की रिप्रेजेंटेटिव उपस्थित हुए। जिनके द्वारा टू व्हीलर, थ्री व्हीलर और फोर व्हीलर व्हीकल बनाए जाते हैं।

अधिक से अधिक इलेक्ट्रिक व्हीकल के उपयोग को लेकर अपना-अपना पक्ष सभी के द्वारा रखा गया। चार्जिंग पॉइंट लगाने वाले स्टैटिक्स, अदानी द्वारा अधिक से अधिक शहर में चार्जिंग पॉइंट लगाने के लिए अपना विषय रखा गया। इसी के साथ-साथ ऐसी कंपनियां जो इलेक्ट्रिक व्हीकल का अधिक से अधिक इस्तेमाल करती हैं। जिसमें जोमैटो, यैलो, दिल्लीवरी व अन्य संबंधित ने हिस्सा लेकर कार्यक्रम को सफल बनाया। महापौर सुनीता दयाल ने प्रदूषण मुक्त शहर बनाने में इलेक्ट्रिक व्हीकल का महत्वपूर्ण भूमिका बताते हुए कार्यक्रम में उपस्थित टीम को उत्तर प्रदेश में गाजियाबाद में पहली बार इलेक्ट्रिक व्हीकल को लेकर आयोजित कार्यशाला की शुभकामनाएं दी। नगर निगम अधिकारियों को भी इलेक्ट्रिक व्हीकल का उपयोग बढ़ाने के लिए कहा गया। नगर आयुक्त द्वारा कार्यक्रम के अंत में सभी वरिष्ठ अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों का धन्यवाद किया। कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए सहयोगी नों प्रॉफिटेबल संगठन आरएमआई इंडिया फाउंडेशन के सभी मेंबरों का भी धन्यवाद किया।

जिलाधिकारी इंद्र विक्रम सिंह ने इलेक्ट्रॉनिक व्हीकल के प्रति मोटिवेट करते हुए सभी को एकजुट होकर शहर को प्रदूषण मुक्त बनाने के क्रम में इलेक्ट्रॉनिक व्हीकल को अपनाने के लिए प्रेरित किया। अधिक से अधिक इंडस्ट्रीज भी इसमें बढ़-चढ़कर हिस्सा लेने आवाहन किया गया। गाडिय़ां बनाने वाले इलेक्ट्रिक व्हीकल पर जोर दें और ज्यादा से ज्यादा शहर में चार्जिंग पॉइंट बनाने की प्लानिंग को सफल बनाया जाए। इसी के साथ-साथ जिलाधिकारी ने सरकारी और प्राइवेट सभी विभागों को एकजुट होकर इलेक्ट्रॉनिक व्हीकल के प्रति मोटिवेशन किया। नगर आयुक्त ने बताया गाजियाबाद को जल्द ही आने वाले 6 से 7 माह में इलेक्ट्रिक व्हीकल लाइटहाउस के रूप में तैयार किया जाएगा। जिससे अन्य नगर निगम भी इसी तर्ज पर कार्य करेंगे टीम को मोटिवेट किया। शहर में 50 ई बस भी कार्य कर रही है। नगर निगम के ई-रिक्शा भी कार्य कर रहे हैं व अन्य व्हीकल भी इलेक्ट्रिक आधार पर हो तैयारी की जा रही है।

उत्तर प्रदेश नगर निगम में गाजियाबाद पहला नगर निगम है। जहां इलेक्ट्रिक व्हीकल की कार्यशाला का आयोजन हुआ। लखनऊ, कानपुर और गाजियाबाद में इलेक्ट्रिक व्हीकल के ऊपर विशेष रूप से कार्य चल रहा है। कार्यशाला में कार्यक्रम के उपरांत अलग-अलग पैनल डिस्कशन भी हुई। जिसमें सभी ने इलेक्ट्रिक व्हीकल को लेकर अपनी-अपने विचार साझा किया। शहर में 25 से अधिक इलेक्ट्रिक पॉइंट और 110 से ज्यादा चार्जिंग पॉइंट लगाने की तैयारी नगर निगम ने कर दी है। इस दौरान अपर नगर आयुक्त अरुण कुमार यादव, अपर नगर आयुक्त अवनेंद्र कुमार, आरएमआई इंडिया फाउंडेशन की डायरेक्टर समहिता, डिंपी सुनेजा, चीफ इंजीनियर एनके चौधरी, मुख्य कर निर्धारण अधिकारी डॉ. संजीव सिन्हा, लेखाधिकारी डॉ गीता रानी, उद्यान प्रभारी डॉ. अनुज कुमार सिंह, नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मिथिलेश कुमार सिंह, जीएम जलकल केपी आनंद, एमएनएलपी विवेक सिंह, ऑडिटर विमलेश सिंह, ऑडिटर रोहताश शुक्ला, एएओ जेपी सिंह, अधिशासी अभियंता फरीद अख्तर जैदी, देशराज सिंह, जोनल प्रभारी सुनील राय, विवेक त्रिपाठी उपस्थित रहे।