34वीं पुण्यतिथि पर याद किए गये चौधरी चरण सिंह

गाजियाबाद। राष्ट्रीय लोक दल के तत्वावधान में पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह की 34 वीं पुण्यतिथि पर मेरठ तिराहा स्थित रालोद के कार्यालय पर हवन का आयोजन किया गया। रालोद नेताओं और कार्यकर्ताओं ने उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण कर श्रद्घांजलि भी अर्पित की। जिलाध्यक्ष अजय प्रमुख के नेतृत्व में रालोद नेताओं और कार्यकर्ताओं ने चौधरी साहब की ईमानदारी और उनकी नीतियों पर चलने का प्रण लिया। जिलाध्यक्ष अजय प्रमुख ने कहा कि चौधरी साहब ने जीवन भर किसानों और मजदूरों के उत्पीडऩ के खिलाफ आवाज उठाई। यही कारण है कि उन्हें आज भी किसानों का मसीहा कहा जाता है। चौधरी चरण सिंह की नीतियों पर चलकर ही देश का विकास संभव है। राष्ट्रीय प्रवक्ता इन्द्रजीत सिंह टीटू ने कहा चौधरी चरण सिंह किसानों के सच्चे हितैषी और मसीहा थे। ऐसे किसान नेता जिन्होंने 1952 में कृषि एवं राजस्व मंत्री बनने के बाद जमीदारी खात्मा अधिनियम, चकबंदी कानून बनाया। 1954 में भूमि संरक्षण कानून बनाया। तीन अप्रैल 1969 को प्रदेश के मुख्यमंत्री बनने पर छह एकड़ तक के किसानों का लगान आधा किया और खाद से बिक्री कर लगान समाप्त किया। उनकी यादों और बातों का अंतहीन सिलसिला है। किसानों के लिए किए गए कार्यों की बदौलत ही वह किसान मसीहा कहलाते हैं। उनके जाने के बाद किसान राजनीति में आए सूनेपन को कोई दूसरा व्यक्ति आज तक नहीं भर सका। इस दौरान राष्ट्रीय सचिव चौधरी तेजपाल सिंह, प्रदेश महासचिव कुंवर अयूब अली, गन्ना परिषद के चेयरमैन अमरजीत सिंह बिड्डी, पूर्व मंडल अध्यक्ष रेखा चौधरी, प्रदेश महासचिव ओडी त्यागी, मुरादनगर से एसपी सिंह, डॉ.अजय चौधरी, राहुल खानपुर, प्रदीप त्यागी मकनपुर, विक्रांत सदरपुर, ऋषभ, अनिल तेवतिया, विनीत चौधरी, हरीराज दुहाई, मनोज राझड़, सत्येंद्र रजापुर व टीनू दुहाई आदि मौजूद रहे।