अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर योगमय हुआ गाजियाबाद साढे 5 लाख लोगों ने सीखा निरोग रहने का मंत्र

-योग से पूरी दुनिया में शांति और मानवता की हो सकती है स्थापना: सुनील शर्मा
-शारीरिक एवं मानसिक अस्वस्थता योग से की जा सकती है दूर: अतुल गर्ग
– विशिष्ठ अतिथि प्रमुख सचिव नगर विकास अमृत अभिजात का डीएम इन्द्र विक्रम सिंह और नगर आयुक्त विक्रमादित्य सिंह मलिक ने किया स्वागत 
उदय भूमि संवाददाता
गाजियाबाद। दशम अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर शुक्रवार को पूरा शहर योगमय हो गया। विश्व योग दिवस पर शुक्रवार को जिले में 610 स्थानों पर 5.60 लाख लोगों ने योगाभ्यास किया। पिछली बार यह आंकड़ा 4.70 लाख रहा था। इस दौरान को ब्लॉक, तहसील, हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर के साथ पार्कों में कई तरह के आयोजन किए गए। बड़ी संख्या में लोगों ने योगासन व प्राणायाम का प्रयोग कर निरोग रहने का मंत्र सीखा। योग सप्ताह के सातवें या अंतिम दिवस शुक्रवार को कविनगर रामलीला ग्राउंड में जिला प्रशासन द्वारा वृहद योगाभ्यास कार्यक्रम सम्पन्न हुआ। मुख्य अतिथि साहिबाबाद विधायक एवं कैबिनेट मंत्री सुनील कुमार शर्मा, सांसद अतुल गर्ग, विशिष्ठ अतिथि नगर विकास प्रमुख सचिव अमृत अभिजात रहें। डीएम इन्द्र विक्रम सिंह, नगर आयुक्त विक्रमादित्य सिंह मलिक और सीडीओ अभिनव गोपाल ने सभी अतिथियों का स्वागत किया। इस दौरान एडीएम सिटी गंभीर सिंह, जिला विकास अधिकारी प्रज्ञा श्रीवास्तवा, डॉ. अशोक राना क्षेत्रीय आयुर्वेद एवं यूनानी अधिकारी, प्रसिद्ध एवं ख्यातिलब्ध योगाचार्य यश पाराशर, सिविल डिफेंस के चीफ वार्डन मौजूद रहे।
योग कार्यक्रम के दौरान मंचासीन अतिथियों सहित अन्य गणमान्य लोगों को प्रतीक चिन्ह एवं पटका भेंट किया गया। इस अवसर पर जिलाधिकारी इंद्र विक्रम सिंह ने कहा कि भारतीय मनीषियों द्वारा हमें अनमोल धरोहर के रूप में योग दिया है। हमारे लिए गर्व की बात है कि माननीय प्रधानमंत्री जी के प्रयासों से आज पूरे विश्व में योगा अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के रूप में मनाया जाता है, जिससे भारतीय संस्कृति को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान मिली है। हम सभी ने योग को बेहद सरल भाव से लिया है, हमारे लिए जरूरी है कि हम योग की महत्वता को समझे और दैनिक जीवन में लाये।
योगा दिवस केवल आसन और प्राणायाम का दिवस ही नहीं है अपितु यह हमारी पूरी जिन्दगी को सुरक्षित करने का दिन है। योग के आठ अंग हैं। यदि हम अष्टांग योग धीरे—धीरे अपने जीवन में उतारते हैं तो हम निरोगी हो सकते हैं। कैबिनेट मंत्री सुनील शर्मा ने कहा कि योग हमारी संस्कृति की एक अनमोल धरोहर है जिससे पूरी दुनिया में शांति और मानवता की स्थापना की जा सकती है।
योग के माध्यम से वर्तमान वैश्विक चुनौतियों का सामना किया जा सकता है। क्योंकि योग हमारे मन की विभिन्न विकृतियों को दूर करने, शारीरिक क्षमता बढ़ाने एवं सामाजिक सद्भाव को बढ़ाने में उपयोगी है। सांसद अतुल गर्ग ने कहा शारीरिक अस्वस्थता योग के माध्यम से दूर की जा सकती है, हम सभी को योग करना अपनी दिनचर्या का अंग बनाना चाहिए।
सांसद के सम्बोधन के पश्चात सुबह 6 बजे से 7:30 बजे तक योगाचार्य द्वारा योगाभ्यास कराया गया। उसके उपरान्त वर्चुवल माध्यम से प्रधानमंत्री का संबोधन सुना गया। कार्यक्रम को सैकड़ों लोगों की उपस्थिति ने सफल बनाया। कार्यक्रम में मंच संचालन पूनम शर्मा द्वारा किया गया।