रैपिड रेल : डीएम ने निर्माण कार्यों का जायजा लिया

30274 करोड़ के प्रोजेक्ट को लेकर प्रशासन गंभीर

गाजियाबाद। सराय कालेखां दिल्ली से मोदीपुरम मेरठ तक रैपिड रेल के निर्माण कार्य का मंगलवार को जिलाधिकारी अजय शंकर पांडेय ने स्थलीय निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने संबंधित अधिकारियों को रैपिड रेल से जुड़े कार्यों को समयबद्धता एवं गुणवत्ता के साथ पूर्ण करने के निर्देश दिए। डीएम ने दुहाई डिपो के निर्माण हेतु भूमि की उपलब्धता की समस्या का भी निराकरण कराया। सराय कालेखां दिल्ली से मोदीपुरम मेरठ तक रैपिड रेल के लिए काम चल रहा है। इस रूट पर जारी निर्माण कार्यों का जिलाधिकारी अजय शंकर पांडेय ने स्थलीय निरीक्षण किया।

उन्होंने संबंधित अधिकारियों को दुहाई डिपो के निर्माण कार्य में गुणवत्ता के साथ तेजी लाने के निर्देश दिए। डीएम ने कहा कि मार्च 2023 तक साहिबाबाद से दुहाई खंड में संचालन का लक्ष्य भारत सरकार द्वारा निर्धारित किया गया है। अत: संबंधित अधिकारी निर्माण कार्यों में तेजी लाकर इस लक्ष्य को पूर्ण करने की कार्रवाई सुनिश्चित कराएं। उन्होंने कहा कि दुहाई डिपो के निर्माण के लिए भूमि की उपलब्धता के संबंध में जो बाधा आ रही थी, उसे जिला प्रशासन के संबंधित अधिकारियों द्वारा तत्काल प्रभाव से निष्पादित करा दिया गया है। निर्माण कार्य से जुड़े सभी अधिकारी निर्माण कार्यों में तेजी लाकर रैपिड रेल के संचालन के कार्य को आगे बढ़ाने की कार्रवाई सुनिश्चित करें। उन्होंने स्पष्ट किया कि निर्माण कार्य में यदि कहीं पर भी गुणवत्ता में कमी पाई जाएगी तो संबंधित अधिकारी के विरूद्ध जिला प्रशासन कार्रवाई करेगा। ज्ञातव्य हो कि 30274 करोड़ की लागत से रैपिड रेल परियोजना का निर्माण किया जाना है, जिसमें सराय कालेखां से मोदीपुरम मेरठ तक 1 घंटे की यात्रा होगी। भारत सरकार एवं उत्तर प्रदेश सरकार का यह महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट है।